कालापाठा बुद्ध विहार में मनाई प्रियदर्शी सम्राट अशोक जयंती
बैतूल। बाबा साहब डॉ.अम्बेडकर सार्वजनिक जयंती समारोह आयोजन समिति के तत्वावधान में बुधवार को कालापाठा बुद्ध विहार में प्रियदर्शी सम्राट अशोक जयंती मनाई गई। इस अवसर पर प्रियदर्शी सम्राट अशोक को श्रद्धा सुमन अर्पित किए। कार्यक्रम की शुरुआत तथागत गौतम बुद्ध की प्रतिमा,चक्रवर्ती सम्राट अशोक व डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के छायाचित्र के समक्ष मोमबत्ती प्रज्वलन और पुष्प अर्पण से हुई। इसके बाद सम्पूर्ण बुध्द वन्दना की गई। समिति के अध्यक्ष धर्मदास दवन्डे ने कहा कि कलिंग युद्ध के बाद सम्राट अशोक के जीवन में बड़ा बदलाव आया। युद्ध की विभीषिका देख सम्राट अशोक ने भविष्य में कभी युद्ध न करने की शपथ ली एवं बुध्द एवं उनके धम्म की शरण ली। इस अवसर पर सैकड़ों अनुयायी उपस्थित रहे।
---रैली निकालकर महापुरुषों की प्रतिमा पर किया माल्यार्पण---
समिति के उपाध्यक्ष कमलेश उबनारे ने बताया कि बाबा साहब डॉ.अंबेडकर, क्रांति सूर्य महात्मा ज्योतिबा फुले एवं प्रियदर्शी सम्राट अशोक की संयुक्त सार्वजनिक जयंती समारोह हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। इस अवसर पर 14 अप्रैल को पंचशील ध्वजारोहण एवं बुद्ध वंदना प्रातः 8:30 बजे पंचशील बुद्ध विहार सदर में किया गया। अंबेडकर चौक बैतूल में प्रातः 9 बजे बाबा साहब की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। इसके पश्चात दोपहर 1 बजे अंबेडकर चौक से विशाल रैली निकाली गई। रैली के दौरान रानी दुर्गावती,शिवाजी चौक,सरदार विष्णु सिंह गोंड, छात्रावास स्थित भगवान बिरसा मुंडा एवं बाबासाहब अम्बेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण भी किया गया। पंचशील बुद्ध विहार सदर में सभी को भोजनदान दिया गया।
---अंबेडकर चौक पर आयोजित हुआ मंचीय कार्यक्रम---
बाबासाहब डॉ.अम्बेडकर चौक पर समिति के अध्यक्ष धर्मदास दवन्डे की अध्यक्षता में मंचीय कार्यक्रम प्रारम्भ हुआ, जिसमें आगन्तुक प्रबोधनकार लाखनसिंह बौद्ध, दीपिका सिंह बौद्ध, बीके खातरकर, आरएन सिंह के द्वारा
सम्राट अशोक, महात्मा फुले व बाबासाहब अम्बेडकर के छायाचित्रों पर माल्यापर्ण, मोमबत्ती प्रज्वलन कर बुद्धवन्दना के साथ कार्यक्रम की शुरआत की गई। जिसमें सम्यक म्यूजिकल ग्रुप चिचोली के गायक कलाकार मनोज शेषकर एवं उनके साथियों के द्वारा बहुजन महापुरुषों के आदर्शो पर आधारित मधुर संगीतमयी प्रस्तुति दी गयी। मंच संचालन लोकनृत्य राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता साधारण कलाकार महेश इंगले ने किया। बीके खातरकर ने तथागत भगवान बुद्ध के धम्म का सार बताते हुए कहा कि अप्प दीपो भवः अर्थात हमे अपना प्रकाश स्वयं बनना होंगा। सम्यक समाज संघ की प्रदेश अध्यक्षा दीपिका सिंह बौद्ध ने कहा कि बहुजन समाज में हो रहे अन्याय एवं अत्याचारों को रोकने का एक ही उपाय है हमे सत्ता के मंदिर(संसद) पर काबिज होना होंगा, तभी हमारी बहन बेटियां एवं सम्पूर्ण बहुजन समाज सुरक्षित रह सकेगा।
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